पर्सनल फ़ाइनेंस टिप्स इन हिन्दी

क्या आप घर बैठे पैसे कैसे कमाये के बारे में जानना चाहते हैं या यू कहे क्या आप पर्सनल फ़ाइनेंस ( Personal Finance Tips in Hindi) के बारे में डिटेल्स जानकारी लेना चाहते हैं.

बहुत बढ़िया की आप इस लेख को पढ रहे हैं क्योंकि मेरा ऐसा मानना है सेल्फ इंप्रूवमेंट की सबसे बड़ी लाइफ स्किल है personal finance यानी ख़ुद का पैसा कैसे बढ़ाए? होता है.

पर्सनल फ़ाइनेंस लाइफ की ऐसी स्किल होती है जिसके मदद से आप ख़ुद का पैसा को कई गुना बढ़ा सकते हैं. जो पैसा बैंक में यू ही पड़ा है पर्सनल फ़ाइनेंस की स्किल से उसे कई गुना अधिक बड़ा कर सकते हैं.

दोस्तों, इस लेख में मैं आपको घर बैठे पैसे कैसे कमाये और personal finance tips in hindi के कुछ बेसिक चीजों के बारे में बतलाने वाला हूँ. सबसे पहले आपकों personal finance क्या होता है, इसे कैसे इस्तेमाल करें, क्या करे क्या नहीं, इत्यादि चीजों के बारे जानकरी होना अवश्यक है.

मेरा मानना है आपकी जो भी उम्र हो आपकों आज के समय में personal finance के बारे में जानना बहुत जरूरी है क्योंकि यह एक ऐसी स्किल है जो पूरे लाइफ काम आने वाली हैं लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि इसे न कोई स्कूल सिखाता, न कॉलेज और न ही कोई यूनिवर्सिटी.

यदि आप पर्सनल फ़ाइनेंस सीखना चाहते हैं लेकिन पता नहीं कैसे? तो आप इस ब्लॉग को पढ़ सकते हैं, youtube विडियो देख सकते हैं या किताबें पढ़ सकते हैं.

यहां जिन चीजों के बारे में हम बात करने वाले हैं इसे आपकों बिल्कुल जानना ही चाहिए. Personal finance इतना बड़ा टॉपिक है कि एक लेख में कवर नहीं किया जा सकता है लेकिन इससे संबंधित हम आपसे कुछ टिप्स जरूर शेयर कर सकते हैं.

Personal Finance Tips in Hindi | पर्सनल फ़ाइनेंस टिप्स इन हिन्दी 

Personal Finance Tips in Hindi

तो बिना किसी रुकावट चाहिए जानते हैं घर बैठे पैसे कैसे कमाये यानी Personal Finance Tips in Hindi के बारे में. हम उम्मीद करते हैं कि यहां पर बताया हुआ जानकारी आपकों अच्छा लगेगा और कुछ पर्सनल फ़ाइनेंस से संबंधित कुछ जानने और समझने को मिलेगा.

1. सेविंग्स अकाउंट अच्छा नहीं है ( Saving Account are Bad) 

सेविंग्स अकाउंट मे पैसा रखना अच्छा नहीं है, आपकों अपना पैसा सेव करने की बजाय सही जगह इनवेस्ट करना चाहिए. स्कूल में सिखया जाता है कि यदि आप बैंक में पैसे जमा करते तो एक साल बाद या 5 साल बाद बढ़ जाता है.

यह कुछ हद तक तो सही है लेकिन आपकों यह भी ध्यान रखना चाहिए कि बैंक में पैसे सेव रखना बस एक बेसिक है. दुनिया प्रतिदिन बदल रही है और चीजों का दाम आज जो है वो कल नहीं होगा.

जैसे कि मान लो, एक मैगी का पॉकेट आज 12 रूपया में मिल रहा है आज के कुछ समय बाद 15 या 17 में बिकने लगेंगे. हो सकता है इससे भी ज्यादा में आपकों आज के मुकाबले चीजों को ख़रीदना पड़े इसलिए हम आपको पर्सन फ़ाइनेंस की पहली टिप्स बता रहे हैं कि आपकों अपना पैसे सेव करने की बजाय Invest करना चाहिए.

बैंक में जो पैसा जमा होता है उसपर हर बैंक कुछ न कुछ interest देता है लेकिन आपकों यह भी जानना अवश्यक है कि वह interest बहुत कम होता है जिससे आपकी पैसे तेजी से नहीं बढ़ते हैं.

आज के समय में आपके पास बहुत से फाइनेंसियल ऑप्शन है जिसके मदद से आप अपने पैसे की ग्रोथ रेट को बैंक सविंग अकाउंट के मुकाबले और तेजी कर सकते हैं.

2. निष्क्रिय आय स्रोतों (Passive Income Sources)

हमारा दूसरा टिप्स आपके लिए रहेगा Passive Income Sources तो जानते है इसका मतलब क्या है. दुनिया में मुखतः दो प्रकार के इंकम सोर्सस होता है.

  1. एक्टिव इंकम सोर्स
  2. passive इंकम सोर्स

एक्टिव इंकम सोर्स का मतलब होता है जो आप जॉब्स कर रहे हो मान लो आप डॉक्टर हो, जिम में trainer हो, या एक Businessman हो. आप हर दिन अपने जॉब पर जा रहे हो और वहां पर खुद का टाइम spend कर वहां से पैसा कमा रहे हो.

वो पैसा कमाने के लिए आपकों वहां रहना पड़ेगा जैसे कि एक डॉक्टर को पैसा कमाने के लिए उसे रोज हॉस्पिटल या क्लिनिक जाना पड़ेगा तभी वह काम कर पैसा कमा सकता है. उसकी को एक्टिव इंकम कहा जाता है जहां आप actively हो कर पैसा कमाते हैं.

लेकिन दूसरा है Passive Income जिसका फायदा उठा कर आप घर बैठे – बैठे पैसा कमा सकते हो. मान लो आप घर बैठे हो और खुद से पैसा बाहर से आ रहा है और जिसमें न के बराबर एफर्ट लगाना होता है.

इसलिए आपकी लाइफ की Mission यही होनी चाहिए कि मुझे ख़ुद को Passive Income Source को बढ़ाने है और घर बैठे आसाम से पैसे छापने है. आप शहर के ज़्यादातर अमीर लोगों को देख सकते हैं वे दुनिया घूमते है, अच्छी लाइफ जीते हैं, अच्छा खाना खाते हैं इत्यादि इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने पैसे को अच्छा से manage किया है. उन्हें Personal finance के बेसिक आते हैं और ज़्यादातर उनके Passive Income Source ही होते हैं.

यहीं कारण है कि उनके पास इतना टाइम होता है कि वह दुनिया घूम सकते हैं, खुद को समय दे सकते हैं, नई चीजें कर सकते हैं, इत्यादि वे अमेरिका या यूरोप में बैठे बैठे पैसे बना रहे हैं. वह दुनिया के किसी भी कोने में चले गए पैसा उनके लिए काम करता है न कि वे लोग पैसे के लिए.

और आपकों जानना चाहिए कि इसी सिचुएशन को कहते हैं Financial Freedom यानी पैसों की स्वतंत्रता. फाइनेंसियल फ्रीडम क्या होता है और यह कैसे काम करता है इसके बारे में हमने पहले बताया है जिसे आप पढ़ सकते हैं.

इसे भी पढ़े : फाइनेंसियल फ्रीडम क्या होता है? 

सबसे अच्छी बात यह है कि हम जो ब्लॉगिंग कर रहे हैं यह भी एक प्रकार की Passive Income Source है. यहां आपकों एक बार मेहनत करनी है और उसके बाद ब्लॉग को manage या कभी कभी लेख लिख कर पैसे कमा सकते हैं.

3. पैसा इन्वेस्ट करना सीखें (Invest Money in Hindi)

अब बात आती है पैसा Invest करने की, जो पैसा आप अपने इंकम में से बैंक में सेव करते हैं या सेव किए हुए हैं उसे कैसे इनवेस्ट करें. पैसा कहा इनवेस्ट करें जिससे आपकी इंकम ग्रोथ ज़्यादा से ज़्यादा हो उसके बारे में हमने लेख लिखा हुआ जिसे पढ़ सकते हैं.

इसे भी पढ़े : पैसा कहा इन्वेस्ट करें? 

मेरा मानना है यदि आपकी उम्र 20 से लेकर 30 साल के बीच है तो आपकी expenses होनी चाहिए मिनिमम क्योंकि दोस्त यहीं ऐसा उम्र है जिसमें लोग नादानी करते हैं. महँगे कपड़े, वेकेशन, expenses पर आपकों पैसा नहीं डालना चाहिए.

जितना हो सके अपनी साविंग की रकम को बढ़ाए जिसके लिए आप 20 से 30 के उम्र में एक्टिव काम कर सकते हैं जैसे कि जॉब्स, फ्रीलांसिंग, बिज़नेस इत्यादि चीजें कर सकते हैं और वहीं साविंग की बड़ी रकम के साथ एक Investment वाली गेम खेलो.

अगर आपने 100 रुपए में से 90 रुपए बचाए तो 80 रुपए सेविंग में डाल दो और 10 रुपए इन्वेस्ट कर दो, यही मेरा मानना है.

4. Assets Vs Liabilities

अब इसका मतलब क्या है, मान लो की जो भी चीजें आप परचेस यानी खरीदते हो न वह दो चीजों में विभाजित हो जाती है.

  • Liabilities
  • Assets

पहली कैटेगरी होती है Liabilities, जिसका मतलब होता है ऐसी ख़रीदी (Purchase) जिसका वैल्यू टाईम के अनुसार कम होते जाता है. जैसे कि आपने वह चीज ख़रीद ली, आज उसका मूल्य 10 रुपया है तो कल 7 रूपया होने वाला है.

आपके लाइफ के ज़्यादातर चीजें जो आप ख़रीदते हो न वह मुख्यतः Liabilities ही होती है.

अभी बात आती है Assets के बारे में, एसेट बिल्कुल इसके ऑपोज़िट होता है. जैसे कि मान लो आज आपने 10 रुपए की कोई चीज खरीदी तो वही चीज कल 12 रूपए के होने वाली है. इसका मतलब हुआ आपने 2 रुपये कमा लिए 10 रुपए invest कर के.

इसलिए आप जो भी चीजें रहते हो न वह ज़्यादातर Assets होनी चाहिए, आपकी Liabilities जितना ज्यादा कम होगा उतना ही आपकों profits होते जाएगा.

यदि आप अपना फ्युचर अच्छी तरह से जीना चाहते हो न तो आपकी फ़ोकस होना चाहिए Assets पर न कि Liabilities के उपर.

अगर आप अपने पैरेंट्स से पूछते हो कि हमें कौन सा Assets लेना चाहिए तो मुझे उम्मीद है कि ज़्यादातर लोग Real Estate ही बोलेंगे. लेकिन मेरे दोस्त, यह आधुनिक युग है इसमें पुराने चीजें तो ठीक है लेकिन आपके लिए बहुत से और रास्ते भी खुल गया है जैसे कि Shares, Government Bonds, Bank Bonds, Fixed Deposits, SIP, इत्यादि.

यह भी याद रखें कि इसमें पैसे इन्वेस्ट करने पर प्रॉफिट तो बहुत ज़्यादा होता लेकिन साथ ही यह बहुत रिस्की भी होता है. मान लो आपने एक जमीन खरीदी जिसकी कीमत 25 करोड़ है और पूरा पेमेंट के बाद कुछ समय बाद चलता है कि वह जमीन elligal है या उसे किसी और के साथ भी बेचा गया है, तब आप बहुत टेंशन में फस सकते हैं.

यहां आप आपकी इनवेस्टमेंट बर्बाद हो सकती है इसलिए चीजों को अच्छे से समझने, जानने और सीखने के बाद ही इनवेस्टमेंट में अपना कदम बढ़ाए.

लेकिन यदि आपको जल्दी है तो आप म्यूचुअल फंड से शुरूवात कर सकते हैं और पैसे इनवेस्ट कर अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकते हैं.

इस लेख में,

हम उम्मीद करते हैं कि हमारी यह लेख Personal Finance Tips in Hindi ( घर बैठे पैसे कैसे कमाये) के बारे में जानकारी आपकों पसंद आई होगी.

यदि अब भी इस पोस्ट से संबंधित कोई सवाल है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं. हमारी कोशिश रहती है अपने रीडर्स को जल्द से जल्द reply कर दिया जाए.

साथ ही लेख से कुछ भी सीखने और समझने को मिला है तो कृपया इसे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, परिवारजनों या अन्य किसी करीबी के साथ शेयर जरूर करें.

पर्सनल फ़ाइनेंस की बेसिक शिक्षा सभी के लिए बहुत जरूरी है इसलिए आप शेयर कर अपने देश के नौजवानो की सहायता कर सकते हैं.

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