By Team Achhi Kamai
देश के पहले प्रधानमंत्री ने वित्त मंत्री का कार्यभार संभालते हुए 1958-59 का बजट पेश किया था। यह भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और विकास योजनाओं को गति देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था।
मोरारजी देसाई के इस्तीफे के बाद इंदिरा गांधी ने वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी ली और 1970-71 का बजट पेश किया। उन्होंने इस बजट में गरीबी हटाओ नीति को प्राथमिकता दी, जिससे देश के आर्थिक सुधारों की नींव रखी गई।
राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए 1987-88 में बजट पेश किया था। उस समय उन्होंने टेक्नोलॉजी और आधुनिकरण पर जोर दिया, जिससे देश में नई आर्थिक नीतियों की शुरुआत हुई।
मोरारजी देसाई एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री दोनों रहते हुए बजट पेश किया। उन्होंने कुल 10 बजट पेश किए, जिनमें से कई महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों से जुड़े थे।
मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए 2004 में अंतरिम बजट पेश किया था। 1991 के उनके ऐतिहासिक बजट ने भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी और आर्थिक सुधारों की नींव रखी।
नहीं! भारत के कुछ प्रधानमंत्री भी बजट पेश कर चुके हैं। जानिए कौन-कौन थे वो!
जब देश में वित्त मंत्री का पद खाली था या किसी विशेष आर्थिक स्थिति में तत्काल निर्णय की जरूरत थी, तब प्रधानमंत्री ने खुद बजट पेश किया। यह कदम हमेशा देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने और विकास सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
इतिहास में कई बार प्रधानमंत्री ने बजट पेश किया है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण रहा। क्या आपको यह जानकारी रोचक लगी? इसे शेयर करें और अपने दोस्तों को भी बताएं!